Wednesday, November 10, 2010

आज का विचार ४


१. भूल करना मनुष्य का स्वभाव है, की गई भूल को स्वीकार करना एवं वैसी भूल फ़िर न करने का प्रयास न करना वीर एवं शूर होने का प्रतीक है.

२. अंधा वह नहीं, जिसकी आंख नहीं है। अंधा वह है, जो अपना दोष छिपाता है.


** महात्मा गांधी

4 comments:

  1. . भूल करना मनुष्य का स्वभाव है, की गई भूल को स्वीकार करना एवं वैसी भूल फ़िर न करने का प्रयास न करना वीर एवं शूर होने का प्रतीक है.

    २. अंधा वह नहीं, जिसकी आंख नहीं है। अंधा वह है, जो अपना दोष छिपाता है.

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  2. mhe es vichar me chalna chahia.........

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